घर से बाहर जा रहे हैं या दफ्तर जा रहे हैं तो इन दस मूल मंत्रों का पालन जरूर करें

घर से बाहर जा रहे हैं या दफ्तर जा रहे हैं तो इन दस मूल मंत्रों का पालन जरूर करें

सेहतराग टीम

दुनियाभर के देशों में हुए लॉकडाउन से आर्थिक गतविधियां बेपटरी हो गयी हैं। आर्थिक गतविधियों पटरी पर लाने के लिए सभी देशों की सरकारों ने नए नियम- कानून और और सावधानी के साथ लोगों को इसमें अपनी भूमिका निभाने को अपील की है। ब्रिटेन के नेशनल हेल्थ सर्विस से जुड़े चिकित्सकों और पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचआई) का कहना है कि इस हालात में काम करने वाले लोगों को दोहरी जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्हें दस मूल मंत्रों का पालन करना होगा और इसे समझौता बिल्कुल नहीं करना होगा ताकि सब सुरक्षित एवं स्वस्थ रहें। कुछ् ऐसे बिंदु हैं जिनका पालन करना अनिवार्य है तभी जानलेवा संक्रमण से बचाव संभव है।

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दूसरों से दूरी बना कर रखें-

हर किसी को कोरोना संदिग्ध या मरीज मानकर चलें और जितना संभव हो एक दुसरे से दूरी बनाकर रखें। आप जितना किसी के करीब होंगे संक्रमण का खतरा उतना अधिक होगा। पूरी कोशिश करें कि कम से कम लोगों का सामना हो और अगर होता भी है तो जितनी जल्दी हो वहां से दूर जाएं।

हाथ और चेहरा साफ रखें-

संक्रमण से बचना है तो हाथों के साथ चेहरे की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। समय-समय पर साबुन से हाथ धोएं। चेहरा बिल्कुल न छुएं। घर से बाहर हैं तो सैनीटाइज का इस्तेमाल करें। ऑफिस या कहीं बाहर जा रहे हैं तो किसी भी चीज को हाथ लगाने से से बचें, इसी से बचाव संभव है।

मास्क जरूर पहनें-

नियमित हाथ धुलकर और मास्क पहनकर ही वायरस से बचाव संभव है। घर से निकलते वक़्त मास्क पहनकर रखें। मास्क को चेहरे से न हटाएं। छह से आठ घंटे में मास्क को बदल दें। इस्तेमाल किया हुआ मास्क दोबारा न पहनें। मास्क को ऑफिस को टेबल पर न रखें और खुले में बिल्कुल न फेकें।

संभव हो तो घर से काम करें-

लॉकडाउन में ढील मिलने के लिए बाद भी संभव हो तो घर से ही काम करें। इसे घर से बाहर निकलने का बहाना न बनाएं। इसमें आपके साथ आपके परिवार  खतरा हो सकता है। और कोरोना की कड़ी फिर से जुड़ सकती है। काम के लिए यात्रा से भी बचें और ऑनलाइन जुड़कर काम पूरा करने की कोशिश करें।

आमने सामने बात करने से बचें-

घर से बाहर निकल रहें तो कोशिश करें कि किसी से आमने-सामने होकर बात न करें। आमने-सामने बात करने और संक्रमित व्यक्ति होने से वायरस को फैलने का मौका मिल जाएगा। आमने-सामने की बजाएं थोड़ी-थोड़ी दूर पर अगल-बगल होकर बात करें या पीठ एक ओर कर के बात करें।

ऑफिस में भी दूर रहें-

ऑफिस खुलने लगे हैं। ऐसे में लॉकडाउन में ढील के बाद दफ्तर पहुंचे तो दोस्तों या अपने दुसरे सहयोगियों के साथ कम से कम समय बिताएं। कोशिश करें कि अपना काम करने के बाद घर से निकल जाएं। संभव हो तो अलग-अलग शिफ्ट में काम करने की सलाह दें ताकि एक साथ दफ्तर में कम लोग रहें।

भीड़भाड़ में जाने से बचें-

वायरस से बचाव तभी संभव है जब आप दुसरे इंसान से पूरी तरह तरह अलग हैं। भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से पहले बचें। सार्वजानिक यातायात वाहन का प्रयोग सार्वजनिक यातायात वाहन का प्रयोग करें तो सावधानी बरतें। कहीं काम हो रहा है तो वहां पर जाने से बचें निगरानी के लिए आप सीसीटीवी का प्रयोग भी कर सकते हैं। संपर्क में फोन के जरिए रहें।

कपड़ों को भी धोते रहें-

वायरस कपड़ों पर भी टिक सकता है। ऑफिस बैग लाने पर उसे अच्छे से साफ करें। घर लौटने पर कपड़ों को साफ कर दें। ऑफिस में कपड़े बदलने की जरूरत पड़ती है तो सावधानी बरतें। गंदे कपड़ों को इकठ्ठा न करें इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

खिड़की दरवाजे खुले रखें-

संभव हो तो खिड़की दरवाजों को खुला रखें ताकि साफ-सुथरी हवा घर में आ सके। वेंटिलेशन सिस्टम बेहतर रखने के लिए पंखें का भी प्रयोग कर सकते हैं। फर्श और बाथरूम को साफ रखें। रेलिंग या डोर नॉक को भी साफ करने की आदत डालें ताकि गलती से भी वायरस घर में न आ सके।

लक्षणों का भी ध्यान रखें-

कोरोना के संभावित लक्षणों को ध्यान में रखें। बाहर निकलने पर संक्रमण का खतरा बढ़ेगा। ऐसे में शुरूआती लक्षण का अहसास होने पर बिना देर किए हुए खुद को आइसोलेट करें। दूसरों के संपर्क में न आएं और अपनी तकलीफ को अपने डॉक्टर को बताने के साथ डॉक्टर की राय लें, लापरवाही न करें।

 

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